Sunday 12 June 2022

Hindi poem on morality @sunilagrahari






"करता चल"

जीवन चाहे छोटा हो
पर काम बड़े तू करता चल

झूठ के सुख में मत रहना,
सच की राह पे चलता चल।

दिल ना दुखाना किसी का यारों,
सब को प्यार तू करता चल।

छोटे बड़े का इस जीवन में ,
सब की इज़्ज़त करता चल।

जिस मिट्टी में जन्म लिया,
मान उसी का करता चल।

जब तक हासिल मंजिल न हो ,
जीवन पथ पर चलता चल।
              
सुनिल अग्रहरी
एल्कोन इंटरनेशनल स्कूल