गीत - दिनेश चौहान
स्वर - पियूष पवन
संगीत-लक्ष्य ,राजेश ,अनुज
काम हो अच्छे हमारे और नियत साफ हो
है वही इंसा जहाँ इंसानियत का वास हो
है वही इंसा जहाँ इंसानियत का वास हो
music
दूसरे के दर्द में जो ढूंढे अपने दर्द को
रब भी देता है दुआएँ ऐसे उस हमदर्द को
बाँट ले सुख-दुःख को जिसके दिल में ऐसी आस हो
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
रब भी देता है दुआएँ ऐसे उस हमदर्द को
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
music
ज़िन्दगी में गलतियाँ, होती ही आई हैं सभी से
काम जो करता है गलती, होती भी तो है उसी से
अपनी गलती जो सुधारे,दूसरों की माफ़ हो
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
काम जो करता है गलती, होती भी तो है उसी से
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
music
प्यार दे कर प्यार पाना, कम है इंसान का
मानव है तो मानवता ही धर्म है इंसान का
भेदभाव का ना हो ठिकाना, प्रेम का निवास हो
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
काम हो अच्छे हमारे और नियत साफ हो
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो
है वही इंसा, जहाँ इंसानियत का वास हो

