Monday 17 September 2018

poem on school memories YADON KE LIFAFE SE -poem on memories of school-BY SUNIL AGRAHARI यादों के लिफाफे से

 


SDG SONG 4: QUALITY EDUCATION

   





 **स्कूल**यादों के लिफाफे से 


यादों के लिफाफे से , बीते लम्हों की दस्तक ,
मंज़र आँखों  के सामने , भूला ना जिनको अब तक ,

कुछ कॉपी और क़िताबे लंच बॉक्स और वाटर बॉटल ,
क्लास रूम और टीचर्स की बातें, याद हैअब तक ,

मैंने सही समझ जो गलत किया ,उसे प्यार से सम्भाला,
मुश्किल सवाल आसान जवाब , यादों में मेरे अब तक ,

दिमाग के पन्ने खाली से , जीवन की डगर अन्जान थी ,
स्कूल से मंज़िल का सफर तय कर रहा हूँ अब तक ,

मेरे नाम को पहचान मिली , मेरा  हुनर चढ़ा परवान ,
स्कूल में पल कर बड़ा हुआ , कुछ बिसरा ना अब तक ,

स्कूल की गहरी बातों में बचपन डूबा रहता था ,
सफल हो रहा तैर के , डरता था जिनसे अब तक ,

शिक्षक जैसे धागों में , मोती से बच्चे पिरो कर ,
पथ सफल बनाने वाले  , प्रिंसिपल सर याद हैं अब तक 





...... 18 /09 /2018