SDG SONG 4: QUALITY EDUCATION
**स्कूल**यादों के लिफाफे से
मंज़र आँखों के सामने , भूला ना जिनको अब तक ,
कुछ कॉपी और क़िताबे लंच बॉक्स और वाटर बॉटल ,
क्लास रूम और टीचर्स की बातें, याद हैअब तक ,
मैंने सही समझ जो गलत किया ,उसे प्यार से सम्भाला,
मुश्किल सवाल आसान जवाब , यादों में मेरे अब तक ,
मैंने सही समझ जो गलत किया ,उसे प्यार से सम्भाला,
मुश्किल सवाल आसान जवाब , यादों में मेरे अब तक ,
दिमाग के पन्ने खाली से , जीवन की डगर अन्जान थी ,
स्कूल से मंज़िल का सफर तय कर रहा हूँ अब तक ,
मेरे नाम को पहचान मिली , मेरा हुनर चढ़ा परवान ,
स्कूल में पल कर बड़ा हुआ , कुछ बिसरा ना अब तक ,
स्कूल की गहरी बातों में बचपन डूबा रहता था ,
सफल हो रहा तैर के , डरता था जिनसे अब तक ,
शिक्षक जैसे धागों में , मोती से बच्चे पिरो कर ,
पथ सफल बनाने वाले , प्रिंसिपल सर याद हैं अब तक
...... 18 /09 /2018
शिक्षक जैसे धागों में , मोती से बच्चे पिरो कर ,
पथ सफल बनाने वाले , प्रिंसिपल सर याद हैं अब तक
...... 18 /09 /2018