**नूतन आरम्भ**
सूरज का पर्यायवाची हूँ ,अरुण है मेरा नाम,
जीवन पथ पर बढ़ते रहना प्रतिदिन मेरा काम,कोटि नमन है ईश्वर को, जो सूरज से मिलवाया ,
सौर ऊर्जा से अपने नाम को मैं सार्थक कर पाया ,
ऊंच नीच और धूप छाव में, कभी नहीं हूँ थकता,
चाहे कितनी मुश्किलआए, कभी नहीं मैं रुकता,
अस्त न होता सूर्य कभी ,सिद्धांत मेरा ये कहता,
जगह बदल ब्रम्हांड में ,हर समय चमकता रहता,
उसी तरह से एक जगह पर, खत्म हुई मेरी पारी,
स्थान बदल कर नूतन कार्य की ,आई है मेरी बारी
ऊंच नीच और धूप छाव में, कभी नहीं हूँ थकता,
चाहे कितनी मुश्किलआए, कभी नहीं मैं रुकता,
अस्त न होता सूर्य कभी ,सिद्धांत मेरा ये कहता,
जगह बदल ब्रम्हांड में ,हर समय चमकता रहता,
उसी तरह से एक जगह पर, खत्म हुई मेरी पारी,
स्थान बदल कर नूतन कार्य की ,आई है मेरी बारी
जीवन कर्म के पथ के साथी, सब को मेरा सलाम ,
मिलते रहे है मिलते रहेंगे यही मेरा है पयाम ........
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Sunil ji, Many thanks
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