Wednesday, 26 March 2025

Educational poem in Hindi @sunilagrahari

    


 शिक्षा उदय 

भारत का नव निर्माण हो 
विद्या का ऐसा आलय हो 
मन मस्तिष्क निर्भय हो कर
शिक्षा पथ आना जाना हो।।

किसलय से कोमल ये पल्लव
उर्वरक ज्ञान से पोषित हों
नई शिक्षा का आधार हो 
तकनीकी ताना बाना हों ।।

नित नए नए से अनुभव हो
Ai से साक्षात्कार हो 
उन्नति का मार्ग प्रशस्त करें
समझना और समझाना हो।।

मिट्टी की सुगन्ध बनी रहे
संस्कृति संस्कार श्रृंगार रहे
भारतीय मूल्यों की वर्षा से 
भीगना और भिगाना हो ।

जब तक ना हो अंत्योदय 
तब तक संघर्ष विराम न हो 
सर्वांगिड़ शिक्षा का अधिकार
पहुंचना और पहुंचना हो ।।

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