Saturday 2 July 2016

Poem on zindagi life's , KOSHISH hindi poem BY SUNIL AGRAHARI-कोशिश


 

Published in  Mauritius 
Magazine - Akrosh
February 18

*****कोशिश ***** poem on try , positivity 

पंछियों की तरह झूठ बोले बिना ,
एक दिन तो  रहे आओ कोशिश करें ,

नदियों की तरह पानी खुद ना पिए ,

नीर प्यासों को दे ,आओ कोशिश करें ,


पत्थरों की तरह  हर मज़हब में रहे,

सब को सज़दा करें ,आओ कोशिश करें ,

धूप में खुद दरख़्त ,सब को छाया दिए ,

सब की छाया बने ,आओ कोशिश करें 

याद ईसा को कर ,माफ़ सब को करें ,

माफ़ कर ,माफ़ी मांगे ,आओ कोशिश करें 


घास  के जैसे मिट्टी से जुड़ कर रहें ,

पावँ ज़मी पर रहें ,आओ कोशिश  करें ,   

१८/०६/२०१६ - १२ बजे रात





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