SDG SONG 17: PARTNERSHIPS FOR THE GOALS
Revitalize the global partnership for sustainable development
POEM FOR HELPERS OF THE SOCIETY
सेवा भाव 28/12/2017
स्कूल एक मंदिर ,बच्चे देवी देवा ,
बिन तेरे होये न ,इनकी पूरी सेवा
बस में बन के ड्राइवर , घर से सब को लाते
सिक्योरिटी गार्ड बन कर ,गेट पर तुम रहते
ट्रांसपोर्ट मैनेज करे के ,करते सब की सेवा
बिन तेरे होये न ,इनकी पूरी सेवा
सब से पहले आते ,बाद सब के जाते ,
कोई भी हो फंक्शन ,सब से आगे रहते ,
काम चुटकियों में कर के ,करते सब की सेवा
बिन तेरे होये न ,इनकी पूरी सेवा
लाइट साउंड आरओ के, अंकल तुम्ही हो ,
कंप्यूटर और इंटरनेट के फ्रैंड भी तुम्ही हो,
फोन और ऐ सी की भी ,तुम करते सेवा
बिन तेरे होये न ,इनकी पूरी सेवा
स्कूल के चमन में, फूल तुम खिलाते ,
कारपेंटर का काम ,भलीभांति करते
पेड़ पौधों गमलों की ,तुम करते सेवा
बिन तेरे होए न इनकी पूरी सेवा
स्कूल में सब की, है भगीदारी
काम की ही इज़्ज़त ,होती है हमारी
दिल से करो काम ,खाओ प्यार मेवा
बिन तेरे होए ना ,इनकी पूरी सेवा
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