****रूबरू **** ****
मेरे मित्रों , बूट कैंप जाने से पहले मन में एक कौंध थीऔर वापस आने के बाद एक नया तज़ुर्बा जो शायद सब के मन में है , मेरी ये कविता उसी को बयां करने की कोशिश है ,आप अपने ख्याल comment box में लिखें ,जो की मेरी कविता से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है।
वहाँ क्या होगा ? I Discover I-2 कैसा होगा ?
शायद नई ज़मीं होगी, नया आसमाँ होगा ,
इक नई सोच होगी , एक नया अनुभव होगा ,
कुछ पुरानी सोच ,वहीँ छोड़ कर आना होगा ,
कुछ नये ख़याल ज़िन्दगी के , वहां से लाना होगा,
निजी ज़ज़्बातों को , यही छोड़ कर जाना होगा ,
ज़िन्दगी में कुछ नया करने के लिए ,
घर से बाहर तो जाना ही होगा,
अच्छा तो करते है,अब कुछ नायाब करना होगा,
करने हैं जो काम, उसे समयबद्ध करना होगा ,
रहता हूँ अपनों संग ,
अब खुद को ढूंढने जाना होगा ,
वख़्त है बहुत कम सुनील ,
अपनी सोच को थोड़ा तो बदलना होगा,
अपनी सोच को थोड़ा तो बदलना होगा,
कुँए के मेंढक को ,अब बाहर आना होगा,
ठहरे से दरिया में ,कंकड़ मारना होगा,
अलसाई सी सुबह को नींद से जगाना होगा,
ख़ुद को ख़ुद से रूबरू कराना ही होगा,
I Discover I-2 के लिए मेरे दोस्त ,
नूंर महल तो आना ही होगा,
I Discover I-2 के लिए मेरे दोस्त ,
नूंर महल तो आना ही होगा,
तभी तो ये "ख़ुद ", इक नायाब इंसा होगा।
सुनील अग्रहरि 10/01/2018
Wah wah ! Wah Wah! You always inspire me, whenever i read your poems. Keep writing and inspiring me.
ReplyDeleteur word of appreciation is energy of my poem,thank u so much.
DeleteKya khoob likha hai sir aapne! Jaise hamre mann ki baat likh di
ReplyDeleteYehi shankaayein liye hum gaye the lekin jab laute to sabhi bhram door ho gaye.
Aap sab ke saath kaise samay beet gaya pata hi nahi chala.
Blessed to be a part of Ahlcon
bahut bahut shukriya ,accha laga jo mAI sochta hun wahi aap log bhi sochte hai . thank u so much.
ReplyDeleteIt is like one more diamond on the crown. Bahut accha likha hai..
ReplyDeleteshukriya shukriya janab
DeleteYou are a learner by heart. Your passion n zeal are worth emulating. Congratulations Sunil. Keep spreading the good work.
ReplyDeleteit was not possible without u mam because moment was very challenging for me , thank u so much for ur encouraging words .
DeleteWah..wah..kya baat hai sir! Bohot khoob! Ham sab ke man ki bhavnao ko itni khoobsoorti se shabdo me piro kar pesh karne ke liye koti koti dhanyawad. May you continue to pen your and our heart down. God bless you.
ReplyDeletethank u so much mam for ur gr8 words ....its anther certificate for me .
Deleteआपकी कविता ने तो सबका मन मोह ही लिया ,
ReplyDeleteआपका एक एक शब्द झूमते हुए कह ही गया,
कितना अच्छा था बूट कैम्प का वो सफ़र
जिसमें हम सबने बहुत सी चीज़ों का निर्माण कर लिया,
आशा है फिर वो मौक़ा आएगा ज़रूर
जिससे हम सब के जीवन में फिर से नया उल्लास आ जाएगा।
Deleteसुप्रभात , जिस तरह से आप ने मेरा उत्साह बढ़ाया है वो आप के लिखने की कला का परिचायक है , लिखने की शुरुआत करें और मुझर दें मैं उसे ब्लॉग पर सहेज कर रख दूंगा , उसे आप भी पढ़े और लोगो को भी पढ़ाएं। धन्यवाद
Sure sir, thank you for your appreciation.
DeleteKitni aasaani se aap dil ki baate baya karte hai. Aap, aapke suro ke saath, apni kalam mai bhi lajawab ho.
ReplyDeletevery beautiful. All the best sir.
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Deleteaap ke hausala afzai ke liye tahey dil se shukriya shukriya shukriya .
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