Monday 30 September 2024

jai jai maa durga bhajan , navratri bhajan ambey maa - @sunilagrahari



आंबे माँ 

आंबे माँ  , जगदम्बे माँ    
सुखदायनी माँ ,मनमोहिनी माँ 

जय जय माँ ,जय जय माँ ,जय जय माँX2
जय जय माँ ,जय जय माँ ,जय जय माँ 
जय जय माँ  X2

MUSIC

प्रेम का अमृत बरसाती है 
इक इक मन में, तू विराजती है 
सत की जोत ,जगाने वाली माँ X2

आंबे माँ  , जगदम्बे माँ    
सुखदायनी माँ ,मनमोहिनी माँ X2 

जय जय माँ ,जय जय माँ ,जय जय माँ X2
जय जय माँ ,जय जय माँ ,जय जय माँ 
जय जय माँ X2

MUSIC 

भगत वत्सला ,भव तारिणी माता 
त्रि नयनी , कात्यायिनी माता X2
यही अरदास है माता मेरी 
मन में बसाऊ सुन्दर छवि  तेरी 
गूंजे तेरा जयजय  जयकारा माँ 

आंबे माँ  , जगदम्बे माँ    
सुखदायनी माँ ,मनमोहिनी माँ X2 

जय जय माँ ,जय जय माँ ,जय जय माँ X2
जय जय माँ ,जय जय माँ ,जय जय माँ 
जय जय माँ X2

 भजन अनुवाद - 
 sunil agrahari 









Thursday 19 September 2024

Self defence hindi poem - Bacho hindi Kavita @sunilavrahari












इज्जत अस्मत भ्रष्टाचार ,
का रावण यूं ही आयेगा,
अपनी मर्जी से जो चाहे,
अत्याचार कराएगा ।।

मत रहो भरोसे औरों के ,
कोई  ना कुछ कर पाएगा,
बर्बादी तेरी होने पर 
सियासत वो चमकाएगा  ।।

धन दौलत लालच दे कर ,
अपनी जान छुड़ाएगा,
बंदूक तेरे कांधे पर रख,
जनता को भड़कायेगा ।।

ना रहो भरोसे और किसी,
इज्जत जान तुम्हारी है,
जड़वत हुए समाज में ,
सूख रही हर क्यारी है ।।

अपनी रक्षा खुद करो ,
सदैव सतर्क होशियार रहो ,
तब समाज में ये दानव,
कुछ भी ना कर पाएगा ।।





Social media impact hindi poem - log hindi kavita @sunilagrahari












*लोग*
अपनी शकल से प्यार
करने लगे लोग।
अपनी ही फोटो
बनाने लगे लोग।
फोटो में झुर्रियां
मिटाने लगे लोग।
अपने को धोखा 
देने लगे है लोग।
ढलती उम्र सब से
छुपाने लगे लोग।
बुढ़ापे को जवान
दिखाने लगे लोग।
हकीकत में खुद से 
दूर होने लगे लोग।
सोशल मीडिया पर
झूठ बोलने लगे लोग।

मां बाप की फोटो
हटाने लगे लोग 
अपनी शक्ल की पोस्ट पर
एक लाइक को तरसने 
लगे है लोग 
सोशल मीडिया में मशहूर 
होने लगे लोग
अपने ही घर परिवार में 
दूर होने लगे लोग
हकीकत में अनसोशल 
होने लगें लोग 
ढका था जो तन अब तक 
वो दिखाने लगे लोग
नग्नता ही सुंदरता 
बताने लगे लोग 
क्या खाया कब खाया
दिखाने लगे लोग
बरसों पुरानी बात भी 
बताने लगे लोग 
अंदर की बात भी 
अब बताने लगे लोग 
नफरतों का प्यार
फैलाने लगे लोग
संबंधों का दायरा 
बढ़ाने लगे लोग 
नकली सा प्यार
जताने लगे लोग 

ये सब करते कराते 
डिप्रेशन में जाने लगे लोग
उजाले के भ्रम में 
अंधेरे में जाने लगे लोग 
जब हुए वो अकेले 
तो आए नही वो लोग 
अंत में सोशल मीडिया के
जाल में गुम हो गए वो लोग ।।


Shri Krishna vandan bhajan lyrics











*श्री कृष्ण वंदन*

श्री कृष्ण कृष्ण यदुवंदन 
श्री कृष्ण कृष्ण मुनि वंदन x3
श्री कृष्ण कृष्ण मुरलीधर 
श्री कृष्ण कृष्ण जगदीश्वर x2

श्री कृष्ण कृष्ण करुणावर
श्री कृष्ण कृष्ण कमलाकरx2
श्री कृष्ण कृष्ण बृजभूषण 
श्री कृष्ण कृष्ण मधुसूदन x2
श्री कृष्ण कृष्ण यदुवंदन ......

श्री कृष्ण कृष्ण नटनागर 
श्री कृष्ण कृष्ण सुखसागर x2
श्री कृष्ण कृष्ण मनमोहन 
श्री कृष्ण कृष्ण खगवाहन x2
श्री कृष्ण कृष्ण मुरलीधर
श्री कृष्ण कृष्ण जगदीश्वर
श्री कृष्ण कृष्ण यदुवंदन 
श्री कृष्ण कृष्ण मुनि वंदन

श्री कृष्ण कृष्ण यमुनावर
श्री कृष्ण कृष्ण घनसुंदर
(श्री कृष्ण कृष्ण गिरधारण 
श्री कृष्ण कृष्ण जनधारण )x 2
श्री कृष्ण कृष्ण मुरलीधर
श्री कृष्ण कृष्ण जगदीश्वर
 श्री कृष्ण कृष्ण यदुवंदन 
श्री कृष्ण कृष्ण मुनि वंदन

अनुवाद - भजन द्वारा





Political poem - rajniti ka raaj Hindi poem @sunilagrahari














 *राजनीति-- राज*

राजनीति का राज ,
कोई कह नही सकता ।
बिना सियासत जीवन में ,
कोई रह नही सकता ।।


वर्चस्व रहे कायम मेरा
राजनीति करवाती है ,
मैं ही मै की चाहत में 
आपस मैं लड़वती है ,
कब तक कौन है किसका 
कोई कह नही सकता,
इसके बिन जीवन में ,
कोई रह नही सकता ।।


राजनीत है जहां नहीं,
पशुओं में इंसा है दिखता,
जैसे ही आई राजनीत ,
इंसान पशु सा है दिखता,
कौन है आदम कौन पशु,
कोई कह नही सकता,
इसके बिन जीवन में ,
कोई रह नही सकता ।।


करम वो बिच्छू सा करता,
सियासत में कोई सगा नही,
कोई जिंदा मुर्दा बचा नही ,
जिसको इसने ठगा नही ,
कहां पे हो जाए राजनीति,
कोई जान नही सकता ,
इसके बिन जीवन में ,
कोई रह नही सकता।।