Thursday, 24 July 2025

HAI PREET JAHA KI REET SADA SONG HINDI LYRICS | POORAB AUR PASHCHIM | DESHPREM GEET #sunilagrahari

 









 



                                   







                                                      



पूरब और पश्चिम (1970) 

मनोज कुमार ,  मुहम्मद रफ़ी , कल्याण जी आनंद जी, इंदीवर  


जब जीरो दिया मेरे भारत ने  ,भारत ने मेरे भारत ने     

दुनिया को तब गिनती आयी ,तारों की भाषा भारत ने ,

दुनिया को पहले सिखलायी
देता ना दशमलव भारत तो , यू चाँद  पे जाना मुश्किल था
धरती और चाँद की दूरी का , अंदाजा लगाना मुश्किल था
सभ्यता जहाँ पहले आयी X2 ,पहले जन्मी हैं जहापे कला
अपना भारत वो भारत है ,जिसके पीछे संसार चला
संसार चला और आगे बढ़ा  , यूं आगे बढ़ा बढ़ता ही गया
भगवान करे ये और बढे  ,(बढता ही रहे और फूले फले)X2


कोरस - हो हो हो -4 


है प्रीत जहाँ की रीत सदाX3  , मैं गीत वहां के गाता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ  , भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा   हो ओ हो ओ ….

MUSIC

काले गोरे का भेद नहीं , हर दिल से हमारा नाता हैssss
कुछ और ना आता हो हमको  , हमें प्यार निभाना आता हैssss
जिसे मान चुकी सारी दुनिया X2, मैं बात-x2-वोही दोहराता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ  , भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा……….

MUSIC

जीते हो किसी ने देश तो क्या  , हमने तो दिलों को जीता हैssss
जहाँ राम अभी तक हैं नर में ,, नारी में अभी तक सीता हैssss

कितने पावन हैं लोग जहाँ  , इतने पावन हैं लोग जहाँ
मैं नित नित शीश झुकाता हूँsss
भारत का रहने वाला हूँ  ,भारत की बात सुनाता हूँ

हो ओ हो ओ …..

music

इतनी ममता नदियों को भी  , जहाँ माता कह के बुलाते है
इतना आदर इंसान तो क्या  ,पत्थर भी पूजे जाते है

उस धरती पे मैंने जनम लियाx2
ये सोच -x2के मैं इतराता हूँ
भारत का रहने वाला हूँभारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा……

courtesy  - google photos  

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