हिन्दी उत्थान
हिंदुस्तान का नाम आते ही , हमारे मानस पटल पर , हिंदी भाषा अपने आप ही आ जाती है , क्यों की हिन्दी केवल भाषा ही नही बल्कि ये हमारी संस्कृति संस्कार और सभ्यता भी है,हिन्दी ने हमेशा से सभी भाषाओँ का सम्मान किया है लेकिन आज स्वयं हिंन्दी की मान मर्यादा दूसरे भाषाओँ के सामने दयनीय स्थति में दिखाई देती है , ऐसा नहीं की हिन्दी कमज़ोर है दूसरी भाषाओं से बल्कि हम लोग दूर रहे है अपनी मातृ भाषा हिन्दी से , देश वर्षो से स्वतंत्र हो चुका है लकिन हमारी भाषा हिन्दी आज भी गुलामी की जंजीर में जकड़ी हुई है, हिन्दी को सम्मान और आज़ादी दिलाने के लिए हमें हमारी युवा पीढ़ी को जागरूक करने की ज़रूरत है तभी देश को अपनी भाषा मुखर और स्वतंत्र रूप से मिल पायेगी ...................
उसी श्रृंखला में "मीहू "( में आइ हेल्प यू ) संस्था , विद्यार्थियों और अध्यापकों के लिए हिन्दी की सबसे प्रचलित विधा कविता लेखन एवं पाठन प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है , जिससे उनके अंदर हिन्दी लिखने और पढ़ने में रूचि पैदा हो और सर्वाँगीड़ विकास हो सके।
"मीहू" आपसे आग्रह करती है की आप ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी सहभागिता निभा कर अपने देश और मातृ भाषा को ऊर्जावान बनाएं।
मुख्य आकर्षण----
१) सभी प्रतियोगी विद्यालय एवं विद्यर्थी को सम्मान प्रमाण पत्र
२) बाल कवि सम्मलेन में कविता पाठ
३) चयनित कविता संकलन प्रकाशन
४) हिन्दी अध्यापक सम्मान
नियम ----
१) कविता स्वरचित होनी चाहिए। .
२) कविता स्वतंत्र भाव अभिव्यक्ति अर्थात किसी भी शीर्षक पर आधारित हो सकती है।
३) हिन्दी भाषा सहयोग राशि मात्र १०० रू।
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