…… भूखे भेड़िये ...(१०/०४/२०१५)
हर कोने में मिलते है भूखे भेड़िये ,
गर्भ में भी हम महफूज़ नहीं ,
क़त्ल कर देते है भूखे भेड़िये ,
तार तार इज़्ज़त करते भूखे भेड़िये ,
हम खुल के जिए या पर्दे में रहे ,
हर सोच में इनके बसती हवस ,
वज़ूद खोते और रौंदते भूखे भेड़िये ,
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