... हौसला …१६ /०५/२०१५
हिम्मत की हथौड़ी हाथ में लो ,
अनवरत कार्य पे प्रहार करो ,
हौसला बन ईट दर ईट
इमारत में जुड़ जाने दो ,
मलाल न दिल में रहे कोई
शिकायत न अपने आप से हो ,
ऐसे करता वैसे करता
न बाद में कुछ कहने को हो ,
काम नहीं आसान कोई
हिम्मत की हथौड़ी हाथ में लो ,
अनवरत कार्य पे प्रहार करो ,
हौसला बन ईट दर ईट
इमारत में जुड़ जाने दो ,
मलाल न दिल में रहे कोई
शिकायत न अपने आप से हो ,
ऐसे करता वैसे करता
न बाद में कुछ कहने को हो ,
काम नहीं आसान कोई
दामन में कांटे उलझेंगे ,
परवाह नहीं करना इनकी
ये तो भटकाने आयेंगे ,
मुकाम तुम्हे हासिल जब हो
शुकराना सब का अदा करना ,
हर शख्स मील का पत्थर है
न कोई किसी से गिला रखना ,
बस मन में कर के दृढ़ विश्वास ,
आगाज़ करो आगाज़ करो ,
तुम रुको न लक्ष्य पाने तक ,
आलस का संघार करो ,
आलस का संघार करो ,
कोई साथ चले न चले तेरे
अपने रहबर खुद बन जाओ ,
मंज़िल एक दिन खुद बोलेगी
खुली है बाहें आ जाओ ,
हिम्मत की हथोड़ी हाथ में ले
प्रहार करो बस प्रहार करो .......
No comments:
Post a Comment