Friday 26 June 2015

Motivational poem ,HAUSALA HINDI POEM हौसला BY SUNIL AGRAHARI

 


 




... हौसला  …१६ /०५/२०१५ 

हिम्मत की हथौड़ी  हाथ में लो ,
अनवरत कार्य पे प्रहार करो ,
हौसला बन  ईट दर ईट 
इमारत में जुड़ जाने दो ,
मलाल न दिल में रहे कोई
शिकायत न अपने आप से हो ,
ऐसे करता वैसे करता 
न बाद में कुछ कहने को हो ,
काम नहीं आसान कोई 
दामन में कांटे उलझेंगे ,
परवाह नहीं करना इनकी 
ये तो भटकाने आयेंगे ,
मुकाम तुम्हे हासिल जब हो 
शुकराना सब का अदा करना ,
हर शख्स मील का पत्थर है 
 न कोई किसी से गिला रखना , 
बस मन में कर के दृढ़ विश्वास ,
आगाज़ करो आगाज़ करो ,
तुम रुको न लक्ष्य पाने तक ,
आलस का संघार करो ,
कोई साथ चले न चले तेरे 
अपने रहबर खुद बन जाओ ,
मंज़िल एक दिन खुद बोलेगी 
खुली है बाहें आ जाओ ,
हिम्मत की हथोड़ी हाथ में ले 
प्रहार करो बस प्रहार  करो  ....... 



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