Monday 25 January 2016

Jai guru ji KAISE KAHUN -JAI GURU JI BY SUNIL AGRAHAR- कैसे कहूँ










*****कैसे कहूँ***** 

कैसे कहूँ गुरु जी सब को है तेरी ज़रूरत ,
गुरु बिन न ज्ञान होव , इक तू ही सच की मूरत ,

ईश्वर की माया नगरी ,किस अर्थ हम है आये ,
अज्ञानी हम अधूरे ,गुरु जी तुम हो ज्ञान पूरक ,

मेरा दिन उदय होता , गुरु जी का नाम ले कर ,
आँखे विश्राम करती , गुरु जी का नाम ले कर ,

रस्ता विहीन मैं  हूँ  , सद मार्ग  तुम सुझा दो,
आशीष अमृत दे दो , मृग तृष्णा  को बुझा दो ,

अनजान इस जहाँ में , किस पर करे भरोसा ,
तेरी चरण शरण मिल जाये ,काँटे भी लगे फूलों सा 

चित शान्त कर दो मेरा, मोह माया पाश तोड़ो ,
गुरु भक्ति दान दे दो ,मेरा भोले से नाता जोड़ो ,

२६/०१ /२०१६  (गुरु जी)  

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