Monday 10 July 2017

Poem on politics , NETA JI -BY SUNIL AGRAHARI-Poem on politics -नेता जी

 





*****नेता जी ***** 

फ़क्र होगा आप को सूबे के नेता जो है 

फ़र्क पड़ता नहीं हमको मतदाता जो है ,

गर्व होगा आप को सूबे के मंत्री जो है,
शर्म आती है हमको आप पर  रियाया  जो है , 

ठाठ से  मिलने आते हो पांच साल बाद ,
काठ हम हो गए तुझसे मिलने के बाद ,  

११/० ७ /२०१७





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