पायो जी मैंने सबसी रतन धन पायो …… रतन धन पायो ----२
१-जिसने भी न सबसी पाई
वो क्या जाने पीर पराई
जीवन व्यर्थ गवायो। …… पायो जी मैंने सबसी
२-खाली prd . सब को भाये ,
सबसी का जो, दुश्मन कहलाये
लिए बिन सबसी, लिए पछतायो … पायो जी मैंने सबसी
३-सबसी बिन मुझे चैन न आये
पेट में गैस सिर दर्द सताए
खली काम बढायो ……… पायो जी मैंने सबसी
४- बच्चे क्लास में शोर मचाये
सुन कर मेरा जी घबराये
टीचर्स की वाट इंचार्जेस लगायो ....... पायो जी मैंने सबसी
५- fd , od hd ,ने सबसी बनाई
इसका अंत नहीं कोई भाई
साढ़े सत्रह नारियल चढायो
२१ कुण्ड का हवन करायो
फिर भी पार न पायो … ....... पायो जी मैंने सबसी
६-सबसी देने का टाइम जब आयो
एक्टिविटी पर नज़र गडायो
साढ़े साती उन टीचर्स पर आयो ....... पायो जी मैंने सबसी
७ -धड़कन सबसी चार्ट बढ़ायो ,
किस prd . में मुसीबत आयो ,
नाम कहीं जब अपना ना पायो ,
मन ही मन हरसायो ………..... पायो जी मैंने सबसी
८ -सबसी को appreciate कराओ
सबसी को पेमेंट दिलवाओ
बेस्ट सबसी टेकर अवार्ड दिलाओ
तब हर कोई सबसी गुण गायो
क्या गयो ……।
सुनो जी मैंने दस सबसी निपटायो
सुनो जी मैंने एक्स्ट्रा पैसा कमायो
सुनो जी मैंने एक्स्ट्रा पैसा कमायो
पायो जी मैंने सबसी रतन धन पायो
बहुत सुन्दर ! गायो जी आपने हर टीचर्स की व्यथा गायो !
ReplyDeleteमुझको आप का आशिर्वाद , मिला बहोत बहोत धन्यवाद
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