Tuesday 27 October 2015

Hindi kavita zindagi ki ,AKELEY HI HINDI POEM अकेल ही - POEM ON LONELINESS

 

               

        ***अकेल ही **२०/१०/२०१५

क्यों ज़रूरी है किसी का होना ,
आये जब दुनियाँ में अकेले ही ,

   दर्द में क्यूँ तू सहारा ढूँढे ,
सहना जब दर्द को अकेले ही ,

न कर इन्तज़ार काफ़िले का तू ,
जब सफर मौत का अकेले ही ,

ना मचा शोर ज़िन्दगी में कभी ,
दफ्न ख़ामोश जब अकेले ही ,

ऐ ख़ुदा तू बता संग किसके रहूँ ,
 साया बिन स्याह में जब अकेले ही ,

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