***खत्म हुए***
कुछ जल में बह के खत्म हुएकुछ दफ्न मिट्टी में ख़त्म हुए
कुछ जल के आग में खत्म हुए
कुछ यूँ ही लावारिस खत्म हुए
कुछ रिश्ते दिल में दफ्न हुए
कुछ रिश्ते आँख में आँसू हुए
कुछ रिश्ते जल कर खत्म हुए
कुछ रिश्ते यूँ ही लावारिस हुए
कुछ बेकफ़न ही दफ्न हुए
कुछ बिना दवा ही खत्म हुए
कुछ जल के आग में खत्म हुए
कुछ यूँ ही लावारिस खत्म हुए
कुछ रिश्ते दिल में दफ्न हुए
कुछ रिश्ते आँख में आँसू हुए
कुछ रिश्ते जल कर खत्म हुए
कुछ रिश्ते यूँ ही लावारिस हुए
कुछ बेकफ़न ही दफ्न हुए
कुछ बिना दवा ही खत्म हुए
कुछ चलते राह में खत्म हुए
कुछ तो सदमे से खत्म हुए
कुछ मुफ़लिसी से खत्म हुए
कुछ साँस मिली ना खत्म हुए
कुछ तो फरेब से खत्म हुए
कुछ सियासत से खत्म हुए
कुछ तो सदमे से खत्म हुए
कुछ मुफ़लिसी से खत्म हुए
कुछ साँस मिली ना खत्म हुए
कुछ तो फरेब से खत्म हुए
कुछ सियासत से खत्म हुए
wonderful work sir, gorgeous thinking and writing!
ReplyDeleteKanu Supriya
8D
THANK U SO MUCH KANU FOR , ALL THE BEST FOR YOUR BETTER FUTURE .
DeleteSir a wonderful and funny poem, telling about the people life on zoom .
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