Saturday, 21 July 2012

baad hindi poem , judaai, bewafai ke hindi geet



.......बाद ......

भूल न पाऊंगा उनको अब जुदा  होने के बाद ,
कैसे अब मै   जी सकूँगा ,ज़िन्दगी खोने के बाद ,

बन संवर के वो मिले थे ,जब मिले थे पहली बार,
खो गए  बाँहों में  उनके ,प्यार से मिलने के बाद ,

नींद मेरी उड़ गई थी ,चैन मेरा उनके पास ,
मै  दीवाना  हो गया , अहसास  हो जाने के बाद,

हाथ सिने पर हमारे ,खाई थी रख कर कसम ,
जीना है तो संग तेरे ,  मरना है तो तेरे साथ ,

चूर हो गए ख्वाब मेरे ,तोड़  डाली थी कसम ,
जब दुबारा वो मिले हमसे जुदा होने के बाद


                      लेखक -सुनील अग्रहरि


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