.......बाद ......
भूल न पाऊंगा उनको अब जुदा होने के बाद ,कैसे अब मै जी सकूँगा ,ज़िन्दगी खोने के बाद ,
बन संवर के वो मिले थे ,जब मिले थे पहली बार,
खो गए बाँहों में उनके ,प्यार से मिलने के बाद ,
नींद मेरी उड़ गई थी ,चैन मेरा उनके पास ,
मै दीवाना हो गया , अहसास हो जाने के बाद,
हाथ सिने पर हमारे ,खाई थी रख कर कसम ,
जीना है तो संग तेरे , मरना है तो तेरे साथ ,
चूर हो गए ख्वाब मेरे ,तोड़ डाली थी कसम ,
जब दुबारा वो मिले हमसे जुदा होने के बाद
लेखक -सुनील अग्रहरि
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